इनामी बदमाश सोनू मटका मेरठ में पुलिस एनकाउंटर में ढेर, दिवाली के दिन दिल्ली में किया था डबल मर्डर – Sonu Matka wanted accused in a double murder case in Delhi killed in meerut Special Task Force and Delhi Police Special Cell lcltm
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेरठ इलाके में एक मुठभेड़ में सोनू मटका नाम के बदमाश का एनकाउंटर किया है. बता दें कि यह वही बदमाश है जो दिवाली की रात शाहदरा में चाचा भतीजे को गोली मारकर फरार हुआ था. सोनू मटका के मेरठ में मूवमेंट की जानकारी मिली थी. जिसके बाद शनिवार तड़के स्पेशल सेल की टीम ने उसकी घेराबंदी की.
50 हजार का इनामी था सोनू मटका
सूत्रों के मुताबिक दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई है. वह मेरठ के टीपी नगर पुलिस स्टेशन इलाके में पुलिस की गोली से घायल हुआ तो उसे गिरफ्तार किया गया. बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस मामले में हत्या के दिन जो नाबालिग स्कूटी चला चला रहा था, उसे पुलिस ने पहले ही पकड़ लिया था, लेकिन शूटर मोनू मटका अभी तक फरार था. 50 हजार का इनामी बदमाश मोनू हाशिम बाबा गैंग का कुख्यात शूटर था. उसके खिलाफ यूपी और दिल्ली में लूट और हत्या के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं.
दिवाली की रात की थी चाचा-भतीजे की हत्या
बता दें कि बीते अक्टूबर में दिल्ली के शाहदरा में दिवाली की रात एक ही परिवार के दो दीपक बुझ गए थे और घर में मातम छा गया. दरअसल, यहां परिवार अपने घर के बाहर दिवाली मना रहा था जब दो हथियारबंद लोग आए और एक 40 साल के शख्स और उसके 16 साल के भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं शख्स का 10 साल का बेटा घायल हो गया.
अधिकारी ने बताया कि इस घटना में आकाश शर्मा उर्फ छोटू और उनके भतीजे ऋषभ शर्मा की मौत हो गई, जबकि कृष शर्मा गोली लगने से घायल हो गया. उन्होंने बताया कि पीड़ित शाहदरा के फर्श बाजार इलाके में अपने घर के बाहर दिवाली मना रहे थे. उन पर रात 8 बजे के आसपास हमला किया गया.
मिलने आए, पांव छुए और चला दी गोली
तब घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था जिसमें पीले कुर्ते में आकाश और ऋषभ गली में चटाई बम जलाने जाते दिखे.कृष दरवाजे पर खड़ा होकर ये सब देख रहा था. इतने में दो लोग स्कूटी से आते हैं और स्कूटी पर बैठा शख्स आकाश के पांव छूकर आशीर्वाद लेता है. दूसरा शख्स स्कूटी से उतरकर खड़ा है. वह अचानक कमर से बंदूक निकालता है और आकाश पर गोली चला देता है. दरवाजे के भीतर एक गोली कृष को भी लगती है. वहीं पटाखा जला रहा ऋषभ जब तक कुछ समझ पाता तब तक स्कूटी सवार भागने लगते हैं. ऋषभ उनके पीछे भागता है तो वे उसे भी गोली मार देते हैं और निकल जाते हैं.