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कॉमेडी पर कोहराम! कुणाल कामरा के गाने पर महाराष्ट्र में सियासी संग्राम… FIR के बाद अब कॉल डिटेल्स खंगालने में जुटी सरकार – standup comedian kunal kamra fir bmc action maharashtra shinde thackeray ntc


स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने एक एक्ट किया, जिसमें उन्होंने तंज भरा गाना गाया और हंगामा मच गया. दरअसल, कॉमेडी के नाम पर कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया. बात इशारों में हुई. तंज बगैर नाम लिए हुआ. कटाक्ष भी आड़े-तिरछे हुए लेकिन प्रतिक्रया एकदम सीधी हुई. कामरा का वीडियो सामने आया तो बवाल मच गया. उन्होंने जहां कार्यक्रम किया था, वहां शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की. इसके बाद विरोध प्रदर्शन और कानूनी कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया.

कॉमेडियन कुणाल कामरा की कॉमेडी एक्शन से भरपूर सियासी मुकाबले का बारूद बन गई. बारूद इतना विस्फोटक था कि पहले शिवसेना शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ कर दी. इसके बाद कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई और घंटे भर ही उनकी जमानत भी हो गई. लेकिन इसी बीच कुछ घंटों में बीएमसी भी एक्शन में आ गई. BMC की टीम हथौड़ों के साथ स्टूडियो पहुंच गई.

बीएसपी की इस तेजी पर आप हैरान भी रह सकते हैं, मगर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री हैरान नहीं है. महाराष्ट्र सरकार के मंत्री प्रताप सरनाइक ने कहा कि स्टूडियो अवैध रूप से बना हुआ था, इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई की गई.

नागपुर में बुलडोजर चला, मुंबई में हथौड़ा.

यूं तो कॉमेडियन कुणाल कामरा पहले भी विवाद में रहे हैं, लेकिन इस बार अपने ढाई मिनट के स्टैंडअप पीस में उन्होंने जब इशारों में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को निशाने पर लिया तो सियासी भूचाल आ गया. जल्द ही उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं का गुस्सा तोड़फोड़ के रूप में दिखने लगा. इसके बाद बात पुलिस थाने तक पहुंच गई. MIDC पुलिस थाने में कामरा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. शिकायत करने वाले शिवसेना विधायक मुरजी पटेल का कहना है कि माफी नहीं मांगी तो कामरा का मुंह काला कर देंगे.

मेरी कॉमेडी के लिए हैबिटेट जिम्मेदार नहीं: कुणाल कामरा

इस बीच अब कुणाल कामरा ने बयान जारी किया है और शिवसैनिकों द्वारा हैबीटेट क्लब में की गई तोड़फोड़ की निंदा की है. कामरा ने इंस्टाग्राम पर जारी अपने बयान में कहा, ‘मनोरंजन स्थल केवल एक मंच है. सभी प्रकार के शो के लिए एक जगह हैं. हैबिटेट (या कोई अन्य स्थल) मेरी कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं है, न ही उसके पास इस बात पर कोई शक्ति या नियंत्रण है कि मैं क्या कहता या करता हूं. न ही कोई राजनीतिक दल ऐसा करता है.’

कामरा ने आगे कहा, ‘किसी कॉमेडियन के शब्दों के लिए किसी आयोजन स्थल पर हमला करना उतना ही मूर्खतापूर्ण है, जितना टमाटर ले जा रही एक ट्रक को इसलिए पलट देना, क्योंकि परोसा गया बटर चिकन आपको पसंद नहीं आया.’

कामरा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू

सियासत में व्यंग्य और तंज तो होते हैं. लेकिन इस बार टिप्पणियों ने सीमा पर की तो महाराष्ट्र में नई जंग छिड़ गई. चर्चा उद्धव के सीएम रहने के दौरान विरोधी टिप्पणियों तक भी पहुंची गई. अब महाराष्ट्र में ये टकराव तूल पकड़ चुका है, जिसपर नया रण छिड़ा है. कुणाल कामरा के खिलाफ बीजेपी और शिवसेना के नेताओँ कार्यकर्ताओं का गुस्सा तो फूटा ही है, अब उन पर कानूनी कार्रवाई भी जा रही है. बीजेपी विधायक ने कामरा के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज करा दी है. कामरा के खिलाफ शांतिभंग करने, अफवाह फैलाने और मानहानि का मामला दर्ज किया गया है. 

अब महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री का कहना कि कुणाल कामरा की सीडीआर की जांच की जाएगी, यानी उन्हें शक है कि कामरा ने जो कहा, उसके पीछे किसी तरह की साजिश भी हो सकती है .साथ ही इस हंगामे के बाद महाराष्ट्र सरकार की ओर से भी कामरा पर सख्ती का संकेत दिया है, क्योंकि कामरा पर मचे सियासी कोहराम के बीच महाराष्ट्र के गृहमंत्री योगेश कदम ने साफ कर दिया है कि कुणाल कामरा के मोबाइल के CDR की जांच होगी. ये पता लगाया जाएगा कि आखिर किस-किस ने कुणाल कामरा को कॉल की और क्या शो में कुणाल कामरा ने जिस तरह की टिप्पणी की, उसके पीछे किसी और की साजिश तो नहीं थी.

पहले भी विवादों में रहे हैं कुणाल कामरा

साफ है कि स्टैंड अप कॉमेडी पर शुरू हुआ विवाद अब पूरी तरह से सियासी रूप ले चुका है. कुणाल कामरा ने शिवसेना शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं के गुस्से का शिकार होने के बाद जब संविधान की कॉपी हाथ में लेकर अपनी फोटो पोस्ट की तो सीएम देवेद्र फडणवीस ने उसी संविधान का हवाला देकर कामरा को खरी-खरी सुनाई और इस बहाने कांग्रेसी नेता राहुल गांधी को भी निशाने पर ले लिया.

ये पहला मामला नहीं है जब स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा विवादों में हैं. इससे पहले भी वो कई बार राजनीति पर अपनी टिप्पणी को लेकर विरोध का सामना कर चुके हैं. अपनी टिप्पणियों के चलते विवादों से साथ उनके रिश्ते की लंबी सूची है, लेकिन इस बार बात कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ गई है. सरकार कार्रवाई के लिए हुंकार भर रही है, मगर विपक्ष में शिवसेना यूबीटी के सांसद पूछ रहे हैं कि कामरा के एक्ट से शिंदे को इतनी मिर्च क्यों लग रही है और अगर बुरा लगा भी तो स्टूडियो में तोड़फोड़ का अधिकार किसने दिया.

कामरा ने माफी मांगने से किया इनकार

उधर, सियासी घमासान के बीच कुणाल कामरा ने मुंबई पुलिस को जांच में सहयोग का भरोसा दिया लेकिन माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया. सूत्रों के मुताबिक कुणाल कामरा अभी भी इस बात पर अड़े हैं कि उन्होंने कुछ भी न तो गलत कहा है न कुछ गलत किया है. ऐसे में कामरा के टिप्पणी पर महाराष्ट्र में सियासी तनातनी बढ़नी तय मानी जा रही है. 

कुणाल कामरा ने जिन नेताओं के बारे में अपने एक्ट में भला बुरा कहा, वो या तो बीजेपी के थे या शिंदे वाली शिवसेना के. इसीलिए इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने कामरा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. मगर उद्धव गुट वाली शिवसेना और कांग्रेस भी मैदान में मोर्चा संभालने के लिए उतर पड़े. अब उद्धव पूछ रहे हैं कि कामरा ने शिंदे के बारे में गलत क्या कहा. 

ठाकरे ने कामरा का किया समर्थन

उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे ने जिस तरह से कुणाल कामरा का समर्थन किया, उससे सत्ता पक्ष को इसके पीछे राजनीतिक विवाद नजर आने लगा है. शिंदे गुट से राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने आरोप मढ़ दिया कि कुणाल कामरा राजनीतिक एजेंडा चला रहे हैं. बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट सीधे कुणाल कामरा पर हमलावर दिख रहे हैं. वहीं अजित पवार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में मर्यादा बनाए रखने की नसीहत दे रहे हैं.

यूबीटी के नेताओं के निशाने पर एकनाथ शिंदे हैं. कांग्रेस के निशाने पर महाराष्ट्र की सरकार है जबकि एनसीपी शरतचंद्र् पवार के नेता कह रहे हैं कि एकनाथ शिंदे को बड़ा दिल दिखाना चाहिए और कामरा के बयान को सीरियस नहीं लेना चाहिए.



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