गुरविंदर-वीरेंद्र-जसनप्रीत, 23 से 25 साल के बीच उम्र, AK-47 जैसे हथियार…कौन हैं पीलीभीत में मारे गए तीनों खालिस्तानी आतंकी – Pilibhit Encounter Khalistani terrorists killed Gurvinder Virendra and Jasanpreet AK 47 weapons pistol lclam
पंजाब की गुरदासपुर पुलिस चौकी पर हुए ग्रेनेड अटैक के मामले में फरार चल रहे आतंकियों को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit Encounter) में मार गिराया गया. पंजाब पुलिस ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के तीन आतंकियों को आज तड़के ढेर कर दिया. पीलीभीत एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों में 25 साल का गुरविंदर, 23 साल का वीरेंद्र और 18 साल का जसनप्रीत शामिल है.
तीनों ही आतंकी पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले थे. इनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं जिसमें दो एके-47, दो ग्लॉक पिस्टल शामिल हैं. जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं.
बताया जा रहा है कि गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह और जसनप्रीत सिंह ने ही 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर में बक्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड और बम फेंके थे. इनका संबंध आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से था. सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इसकी जिम्मेदारी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने ही ली थी. गुरविंदर पर पूर्व में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था. पीलीभीत में उसका कोई रिश्तेदार रहता है.
पंजाब में किया था हमला
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पंजाब के गुरुदासपुर में पुलिस चौकियों पर हमले हो रहे थे. ये हमले उन पुलिस चौकियों पर हो रहे थे, जहां पुलिसकर्मी कम थे. ऐसे में पंजाब पुलिस को इन तीनों आतंकियों को शिद्दत से तलाश रही थी. तभी खुफिया इनपुट मिला की ये तीनों पीलीभीत में छिपे हैं. पीलीभीत में इन तीनों की लोकेशन मिलते ही पंजाब पुलिस ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया.
पीलीभीत में हुआ एनकाउंटर
इस बीच पीलीभीत पुलिस को भी क्षेत्र में 3 लोगों के होने की सूचना मिली, जिनके पास संदिग्ध सामान था. इसी के बाद दोनों राज्यों की पुलिस ने खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन लॉन्च कर दिया. मिली जानकारी के मुताबिक, जैसे ही पंजाब और यूपी पुलिस ने आज सुबह पूरनपुर इलाके के नहर के पास इन तीनों को घेरा, तभी तीनों ने पुलिस पर फायर कर दिया. जवाबी फायरिंग पुलिस ने भी की. दोनों तरफ से गोलियां चलीं. इसी बीच तीनों आतंकी गोली लगने से घायल हो गए. उन्हें अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया.
इस मुठभेढ़ में पीलीभीत पुलिस की तरफ से अविनाश पांडे (एसपी) SI अमित प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर नरेश त्यागी, (SHO पूरनपुर), SI ललित कुमार, HC जगवीर, इंस्पेक्टर अशोक पाल (SHO माधोटांडा), कॉन्स्टेबल सुमित, इंस्पेक्टर KB सिंह, SOG प्रभारी, SI सुनील शर्मा समेत पंजाब पुलिस की टीम शामिल रही. मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस की गाड़ी पर गोलियों के निशान हैं.
यूपी पुलिस ने कही ये बात
यूपी पुलिस ने एक बयान में कहा- आतंक के खिलाफ एकजुट मोर्चा. यूपी और पंजाब पुलिस का पाक प्रायोजित ‘खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स’ मॉड्यूल के खिलाफ ऑपरेशन. राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में, यूपी पुलिस और पंजाब पुलिस ने मिलकर खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के पाक-प्रायोजित आतंकी मॉड्यूल से मुठभेड़ करते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की. प्राप्त जानकारी को त्वरित कार्यवाही में बदलते हुए, दोनों पुलिस बलों ने पीलीभीत के पुरनपुर इलाके में इस मॉड्यूल के तीन सशस्त्र आतंकियों के साथ मुठभेड़ की. इन आतंकियों ने पुलिस टीम पर गोलीबारी की थी और वे पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस प्रतिष्ठानों पर ग्रेनेड हमलों में शामिल थे.
घायल आतंकियों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. इस ऑपरेशन के दौरान दो एके राइफल और दो ग्लॉक पिस्तौल बरामद की गईं, जिससे इस मॉड्यूल की आगे किसी बड़ी साजिश रचने की क्षमता पर बड़ा प्रहार हुआ. साथ ही, इस नेटवर्क के बाकी सदस्यों की पहचान और उन्हें खत्म करने के लिए जांच जारी है.
यह ऑपरेशन यूपी पुलिस की अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को स्पष्ट करता है. पंजाब पुलिस के साथ तालमेल में रियल टाईम खुफिया जानकारी पर की गई तेज़ और निर्णायक कार्रवाई यह दिखाती है कि राष्ट्रविरोधी ताकतों को खत्म करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता अडिग है.
हम अन्य राज्य पुलिस बलों और राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. आतंकवाद के खिलाफ यह साफ संदेश है: देश के भीतर आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं होगी.
पंजाब पुलिस का बयान
वहीं, पंजाब के डीजीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि पाक प्रायोजित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है. यूपी पुलिस और पंजाब पुलिस के एक संयुक्त अभियान में तीन मॉड्यूल सदस्यों के साथ मुठभेड़ हुई, जिन्होंने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की थी. यह आतंकी मॉड्यूल पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस प्रतिष्ठानों पर ग्रेनेड हमलों में शामिल थे.