रूस-यूक्रेन युद्ध का अब होगा The END? समझौते के लिए ट्रंप ने पुतिन और जेलेंस्की से की बात – After Putin Trump spoke to Zelensky on phone discussed about Russia Ukraine war ntc
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से बात करने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की है. ट्रंप ने दोनों देशों के बीच युद्ध को खत्म करने के लिए तुरंत वार्ता शुरू करने के बारे में बात की है. ट्रंप ने विदेश मंत्री मार्को रुबियो, CIA के निदेशक जॉन रैटक्लिफ, NSA माइकल वाल्ट्ज और राजदूत एवं विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को वार्ता का नेतृत्व करने का निर्देश दिया है.
वहीं, ट्रंप के पुतिन और जेलेंस्की से बात करने के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि लंबे वक्त से रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा संघर्ष रुक सकता है. इसके इतर ट्रंप से बातचीत के दौरान पुतिन ने उन्हें (ट्रंप) मॉस्को आने के लिए आमंत्रित किया है.
ट्रंप से बातचीत के बारे में जेलेंस्की ने जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, ‘मैंने डोनाल्ड ट्रंप के साथ सार्थक बातचीत की. हमने शांति प्राप्त करने के अवसरों के बारे में लंबे समय तक बात की, टीम स्तर पर एक साथ काम करने की हमारी तत्परता और यूक्रेन की तकनीकी क्षमताओं पर चर्चा की, जिसमें ड्रोन और अन्य उन्नत उद्योग शामिल हैं. मैं राष्ट्रपति ट्रंप का आभारी हूं कि हम साथ में काम कर सकते हैं. इसमें उन्होंने दिलचस्पी दिखाई है.
उन्होंने लिखा कि हमने सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट के साथ अपनी चर्चा और सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और संसाधन साझेदारी पर एक नए डॉक्यूमेंट की तैयारी के बारे में भी बात की. राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन के साथ अपनी बातचीत की जानकारी साझा की. यूक्रेन से ज़्यादा कोई भी शांति नहीं चाहता. अमेरिका के साथ मिलकर, हम रूसी आक्रामकता को रोकने और एक स्थायी, विश्वसनीय शांति सुनिश्चित करने के लिए अपने अगले कदमों की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं. जैसा कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा, चलो इसे पूरा करते हैं.
उन्होंने कहा कि हम आगे संपर्क बनाए रखने और आगामी बैठकों की योजना बनाने पर सहमत हुए हैं.
जेलेंस्की ने ट्रेजरी सेक्रेटरी से की बात
ट्रंप से बातचीत के बाद जेलेंस्की ने यूएसए के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट से भी मुलाकात की. इस बारे में बताते हुए जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा, हम संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को महत्व देते हैं, अपनी स्वतंत्रता की रक्षा में समर्थन के लिए उनके आभारी हैं और विशेष रूप से सुरक्षा में हमारी संयुक्त क्षमताओं का विस्तार करने का प्रयास करते हैं.
सुरक्षा हमारे लिए बहुत मायने रखती है. मॉस्को और उसके सहयोगियों को यूक्रेन पर नियंत्रण हासिल करने की अनुमति नहीं दी जा सकती और इसका मतलब है कि हमें स्वतंत्र दुनिया में मिलकर काम करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमें अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए अमेरिकी दृष्टिकोण प्राप्त हुआ. आज कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई और हम एक मजबूत समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं. हम म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन तक प्रोग्रेस करने की उम्मीद करते हैं.
पुतिन से ट्रंप ने की बातचीत
इससे पहले ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी. दोनों नेताओं ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध, मिडिल ईस्ट के तनाव, एनर्जी, एआई, डॉलर सहित कई अन्य विषयों पर चर्चा की. इस बारे में ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस बातचीत की जानकारी दी थी. रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने के लिए आमंत्रित किया है.
इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट में डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, ‘अभी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर मेरी एक लंबी और सार्थक बातचीत हुई. हमने यूक्रेन, मिडिल ईस्ट, एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डॉलर की ताकत और कई अन्य विषयों पर चर्चा की. हम दोनों ने अपने देशों के महान इतिहास और द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका और रूस की संयुक्त सफलता को याद किया. हमने उन लाखों लोगों को भी याद किया जो इस युद्ध में मारे गए थे. रूस ने करोड़ों नागरिकों को खोया और हमने भी बड़ी संख्या में अपने नागरिक खो दिया.’
ट्रंप ने कहा, ‘हमने अपने-अपने देशों की ताकत के बारे में बात की और एक साथ काम करने में हमारे पास जो बड़ा लाभ होगा, लेकिन सबसे पहले हमने रूस-यूक्रेन के साथ युद्ध में हुई लाखों मौतों को रोकना चाहते हैं. राष्ट्रपति पुतिन ने यहां तक कि ‘सामान्य भावना’ के मेरे अभियान के आदर्श वाक्य कॉमन सेंस का भी इस्तेमाल किया.
उन्होंने आगे लिखा, ‘हमने एक-दूसरे के देशों का दौरा करने समेत मिलकर काम करने पर सहमति जताई. हम इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि हमारी संबंधित टीमों ने तत्काल बातचीत शुरू कर दी है और हम यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को फोन कर बातचीत के बारे में सूचित करेंगे जो मैं अभी करूंगा.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो, सीआईए के निदेशक जॉन रैटक्लिफ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज और राजदूत तथा विशेष दूत स्टीव विटकॉफ से वार्ता का नेतृत्व करने के लिए कहा है जो मुझे दृढ़ता से लगता है कि सफल होगी. लाखों लोग एक ऐसे युद्ध में मारे गए हैं अगर मैं राष्ट्रपति होता तो युद्ध नहीं होता, लेकिन यह हुआ. इसलिए इसे खत्म होना चाहिए. अब और लोगों की जान नहीं जानी चाहिए! मैं राष्ट्रपति पुतिन को इस कॉल के संबंध में उनके समय और प्रयास के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और मैं कल मार्क फोगेल की रिहाई के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. मुझे विश्वास है कि यह प्रयास एक सफल निष्कर्ष की ओर ले जाएगा!’